'अशोक सिंघल वेद विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय' के पहले शैक्षणिक सत्र में 20 सब्जेक्ट पढ़ाए जाएंगे. इसमें जो विषय पढ़ाए जाएंगे, वह इस तरह हैं. इनमें एग्रीकल्चर (कृषि तंत्रम), आर्किटेक्चर (वास्तु तंत्रम), एनवायरमेंट साइंस पेलियोग्राफी (लिपि विज्ञान), वारफेयर (युद्धतंत्रम). इसके अलावा दूसरे विषय भी यहां पर पढ़ाए जाएंगे।
ये यूनिवर्सिटी गुरुग्राम में 39.68 एकड़ में तैयार हो रही है. इसका निर्माण कई चरणों में किया जाएगा. इसके अलावा इन सूत्रों ने बताया, ''इस यूनिवर्सिटी का उद्देश्य भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के साथ-साथ आधुनिक वैज्ञानिकों, तकनीक से जुड़े लोगों और वैदिक पंडितों को एक कॉमन प्लैटफॉर्म उपलब्ध कराना है, जिससे भारत के ज्ञान की एक नई और व्यापक धारा पैदा हो सके ।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कैंपस में एक वैदिक टावर भी बनाया जाएगा, एक ऑडियो-विजुअल स्टूडियो के साथ जिसके अलग-अलग फ्लोर पर हर वेद और उससे जुड़ा साहित्य मौजूद होगा. यहां पर सुरभि सदन (गौशाला), मंदिर और मेडिटेशन हॉल के अलावा यज्ञ शाला भी होगी।पुराने समय को ध्यान में रखते हुए यहां पर कुछ क्लास को पेड़ के नीचे भी लगाया जाएगा. जैसे प्राचीन काल में होता था. इसके अलावा वैदिक मंत्र और गीता के पाठ को सुबह से शाम तक विभिन्न माध्यमों से कैंपस में लोगों को सुनाया जाएगा।
अशोक सिंघल वेद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Ashok Singhal Ved vigyan evam praudyogikee vishwavidyalaya) में अगले साल से पढ़ाई शुरू हो जाएगी. ये विश्वविद्यालय (University) गुरुग्राम में तैयार हो रहा है।
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